
इंदौर क्राइम ब्रांच ने फर्जी IAS को पकड़ा , रामदास गुर्जर की कहानी किसी वेब सीरीज से कम नहीं है। मुरैना के छोटे से गांव में बैठकर इसने भोपाल और अन्य किसी शहर के अफसरों की नाक में दम कर दिया और उनकी क्लास लगा दी । रामदास गुर्जर इतना शातिर था कि ये जिस शहर में गया उसके हिसाब से इसने अपना किरदार बदला । कभी बिजली तो कभी आरटीओ अफसर बनकर अपने काम निकलवा लिए। राजगढ़ में ये आरोपी पूर्व DIG के जाल में फस गया । इसमें उसे 8 साल जेल काटनी पड़ी। एक साल पहले छूटने के बाद ये सुधरा नहीं इसने फिर से अपना फर्जीवाड़ा शुरू कर दिया। अब दोबारा ये पुलिस के गिरफ्त में है।
क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी राजेश डंडोतिया सहित टीम ने फर्जी IAS अमित सिंह उर्फ रामदास गुर्जर को पकड़ा है। दरअसल, फर्जी IAS अफसर का दिल ग्रामीण इलाके में पदस्थ एक महिला नायब तहसीलदार पर आ गया। इसके चलते वह पटवारी संजय चौधरी पर यह दबाव बनाने लगा कि वह नायब तहसीलदार से उसकी बात कराए। वह शादी का ऑफर देने के लिए भी कहने लगा। यहां तक कि, आरोपी गुर्जर महिला नायब तहसीलदार से मिलने की जिद करते हुए इंदौर भी आ गया। और यहीं पर आकर उलझ गया।
मुरैना के ग्राम अरूषी, पोस्ट मानपुर, थाना सिहोनिया के रहने वाले फर्जी IAS अमित सिंह उर्फ रामदास पुत्र फतेह सिंह गुर्जर पेशे से किसान है। रामदास के पास 12 बीघा पुश्तैनी जमीन है। इसी से पूरे परिवार का गुजारा चलता है। परिवार में पत्नी, दो बेटे और दो बेटियां हैं। एक बेटा कचोरी-समोसे की दुकान चलाता है। तो दूसरा 12वीं का स्टूडेंट है। वहीं दोनों बेटियों की शादी हो चुकी है। इसमें से एक बेटी का ससुराल इंदौर के राऊ में है।
इसके पास कई फर्जी आधार कार्ड और पैन कार्ड पाए जिसकी सहायता से ये लोगो को ठगता था और अफसरों से पयासे ऐंठता था
पटवारी से करवाए थे कई काम
चार माह पहले रामदास ने जूनी इंदौर के नायब तहसीलदार पाराशर और कलेक्टर कार्यालय में पदस्थ नितिश भार्गव को कॉल किया और कुछ निजी काम करने के लिए कहा। जिस पर दोनों अफसरों ने पटवारी संतोष चौधरी का नंबर दिया। संतोष चौधरी से दोनों अफसरों का हवाला देते हुए दो मोबाइल सिम लेने के साथ कई तरह के काम करवाए।
मंगलवार सुबह IAS अफसर फिर से इंदौर पहुंचा। यहां इंदौर कंट्रोल रूम पर कॉल कर छोटी ग्वाल टोली टीआई से कहकर सरवटे बस स्टैंड के होटल में रुकने की बात कही। यहां कंट्रोल रूम से रिस्पॉन्स नहीं देने पर वह खुद सरवटे के होटल में रुका ओर वहां से अपने दामाद के घर राउ चला गया।
गुजरात-राजस्थान के अफसरों को भी नहीं छोड़ा
फर्जीवाड़े में IAS अमित सिंह उर्फ रामदास गुर्जर ने गुजरात और राजस्थान के अफसरों को भी नहीं छोड़ा। उसने बड़ौदा, सूरत में कई अफसरों को कॉल किए। राजस्थान में भी उसने पुलिस अफसरों से बात कर मुफ्त की यात्रा, खाना और होटल में रुकने की व्यवस्था कराई। उसने भोपाल के एक एएसपी से कई बार मोबाइल पर बात की। क्राइम ब्रांच की जांच में भी इस बात का खुलासा हुआ है।